लोकशाही एक्सप्रेस गोरेगांव
गोरेगांव तहसील के ऐसे 389 निराधार योजना के लाभार्थी है। जिनके बैंक खातों में पिछले 11 माह से अनुदान की राशि जमा नहीं हो रही है। इसकी मुख्य वजह यह बताई जा रही है कि संबंधित लाभार्थियों के आधार कार्ड बैंक खातों से मैपिंग, सीडिंग, सलग्नित अर्थात लिकिंग नहीं होने की बात बताई जा रही है। वहीं दुसरी ओर वंचित लाभार्थियों का यह कहना है कि कई बार बैंकों में जाकर उपरोक्त प्रक्रिया की है। बावजूद डीबीटी के माध्यम से अनुदान की राशि जमा नहीं कराई जा रही है।
बता दें कि 65 वर्ष आयु से अधिक वृद्ध, विधवा, दिव्यांग तथा निराधार महिला-पुरूषों को केंद्र व राज्य शासन की ओर से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धापकाल निवृत्ती वेतन योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निवृत्ती वेतन योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय दिव्यांग निवृत्ती वेतन योजना संचालित की गई है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के बैंक खातों में प्रतिमाह 1500 रूपए अनुदान की राशि डीबीटी के माध्यम से जमा की जाती है। गोरेगांव तहसील में 17 हजार से अधिक लाभार्थियों को इस योजना का लाभ दिया जाता है, लेकिन पिछले 11 माह से 389 लाभार्थियों के बैंक खातों में अनुदान की राशि जमा नहीं की जा रही है। जिससे अनेक निराधारों पर आर्थिक संकट गहरा गया है, क्योकि अनुदान की राशि के भरोसे पर ही वे अपना जीवन यापन करते है। जब वे बैंकों तथा तहसील कार्यालय में पुछताछ के लिए जाते है तो उन्हे बताया जाता है कि आधार कार्ड बैंक खातों से मैपिंग या सिडिंग संलग्नित अर्थात लिकिंग नहीं है। ऐसे लाभार्थियों को इस प्रक्रिया को पुरा कराने के लिए संबंधित बैंकों में जाकर अपना आधार लिकिंग कराने की सलाह दी जाती है। जब वंचित लाभार्थी संबंधित प्रक्रिया को पुरा करने के लिए दस्तावेज प्रस्तुत कर आवेदन करते है। इसके बावजूद भी उनके खातों में डीबीटी के माध्यम से अनुदान की राशि जमा नहीं हो रही है। इस संदर्भ में जानकारी दी गई कि तहसील के ऐसे 389 लाभार्थी है, जो उपरोक्त प्रक्रिया नहीं होने के कारण पिछले 11 माह से उनके खातों में अनुदान की राशि जमा नहीं हो रही है। ऐसे लाभार्थियों की सूची तहसील कार्यालय की ओर से संबंधित ग्रामों के पटवारी, ग्राम पंचायत प्रशासन, पंचायत समिति स्तर के अधिकारियों को प्रस्तुत की गई है और बताया गया है कि उपरोक्त वंचित लाभार्थियों को आधार लिकिंग प्रक्रिया कराने के लिए उन्हे जानकारी दी जाए। इस तरह का पत्र भी गोरेगांव पंचायत समिति की ओर से संबंधित ग्राम पंचायतों को दिया गया है।