लोकशाही एक्सप्रेस गोरेगांव
प्राकृतिक आपदा के चपेट में आने से किसानों पर आर्थिक संकट आन पड़ा है । फसले तबाह हो चुकी है ,हर तरफ किसानों में आक्रोश देखा जा रहा है। वहीं प्रशासन पचनामें करने की बात कर रही है। लेकिन नेताओं का कहना है कि पंचनामें नहीं सीधे किसानों को मुआवजा दिया जाए । इन्ह मुद्दे को लेकर अब सत्ता पक्ष के नेताओं ने भी अपने ही सरकार को घेरने की तैयारी की है। गोरेगांव राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजीत गुट के नेता केवलराम बघेल ने भी एक बड़ा बयान दे दिया है। वे कहते हैं कि किसानों को सीधा मुआवजा दिया जाए अन्यथा सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
विगत 23 अक्टूबर से लगातार बारिश के चलते किसानों के हाथ में आयी फसल नष्ट हो गई। उसके बाद फिर एक बार 29 व 30 अक्टूबर को लगातार बारिश ने किसानों की कमर ही तोड़ दी है। अब सरकार नुकसान के पंचनामे की राह न देखते हुए सभी किसानों को सीधा मुआवजा दिया जाए, अन्यथा गोरेगांव तहसील राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) सड़क पर उतरकर तीव्र आंदोलन करेंगी। यह चेतावनी राकांपा के तहसील अध्यक्ष केवलराम बघेले तथा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दी है। बता दें कि जिले में लगातार एक सप्ताह से बारिश हो रही है, जिससे बड़े पैमाने पर कटी फसलों का हुआ है, लेकिन अब दो दिन से आ रही लगातार बारिश से खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। बची-कुची फसलें भी चौपट होने से किसान पूरी तरह हताश हैं। हालांकि प्रशासन की ओर से पंचनामे तो किए जा रहे हैं, लेकिन अब पंचनामे का समय नहीं है, बल्कि सभी किसानों को सीधी आर्थिक मदद दी जाए। अन्यथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता किसानों के साथ मिलकर आंदोलन छेड़ेंगी। यह चेतावनी राकांपा तहसील अध्यक्ष बघेले ने दी है।